साइबर क्राइम

 Published by Pallavi pandey

साइबर क्राइम

सावधान- ऑनलाइन ठग सक्रिय,पहले क्रेडिट बाद में डेबिट का लिंक भेजकर उड़ाते है राशि 

*"मोबाइल पर अनजान नंबर से आएं लिंक को न करें क्लिक, वरना बैंक खाता हो सकता हैं साफ़*" 

By Aman Gupta


-  देश में आए दिन ऑनलाइन फ्रॉड के मामले सामने आते रहते हैं। हर बार फ्रॉड करने वाले नए तरीके अपनाते हैं। लेकिन अब यह लोग व्हाट्सएप के अलावा यूपीआई और पेमेंट वॉलेट से क्यूआर कोड स्कैन कर किए जाने वाले पेमेंट से भी धोखेबाजी करने लगे हैं। अगर आपने छोटी सी भी गलती कर दी तो यह आपके बैंक अकाउंट को खाली कर देंगे। साइबर अपराधियों ने बैंकिंग सिस्टम की सुरक्षा को भी धता बताते हुए फ्रॉड किए हैं और लोगों के खातों से लाखों रुपए निकाले हैं। फिर चाहे वो मोबाइल और ईमेल पर लिंक भेजकर ठगी करने का मामला हो या फिर एटीएम से क्लोनिंग कर। आपके व्हाट्सएप,ईमेल या किसी भी मोबाइल पेमेंट ऐप पर आई एक अंजान लिंक पर क्लिक करने से आपके खाते में जमा रकम चंद मिनट में पार हो सकती है।उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के डिप्टी एसपी अनिरूद्ध सिंह ने लोगों से साइबर ठगों से सावधान रहने की अपील की हैं! उन्होंने कहा कि साइबर ठगों ने बैंकिंग अकाउंट से रुपए निकालने के लिए तरह-तरह हैकिंग तरीक़े अपनाएं हुए हैं, आप सभी लोगों को इससे सावधान रहना हैं! उन्होंने कहा कि कभी भी किसी मोबाइल भुगतान ऐप, व्हाट्सएप या ईमेल पर कोई अनजान नंबर से लिंक आए तो ग़लती से भी क्लिक मत कीजिएगा क्योंकि आपकी एक ग़लती आपका पूरा बैंक खाता साफ कर सकतीं हैं! उन्होंने बताया कि ऐसे नंबरों को जब ट्रेस किया जाता हैं तो वो जयदातर अन्य प्रांतों के निकलते हैं,पुलिस इन साइबर अपराधियों के ख़िलाफ़ सख़्त से सख़्त कार्रवाई कर रहीं हैं! 

"साइबर सेल में करें शिकायत”-

- कभी अनजान नंबर से ऑनलाइन मैसेज या फोन पर जानकारी पूछने पर कोई भी अपने बैंक खाते से संबंधित जानकारी नहीं दें। बैंक से फोन पर इस तरह की कोई जानकारी नहीं पूछी जाती। सबसे पहले बैंक अधिकारियों से संपर्क कर एटीएम और बैंक खाता ब्लॉक कराएं। इसके बाद पुलिस के साइबर सेल में शिकायत करें।

सावधानी बरतें-  

- अनजान नंबर से आएं मोबाइल पर लिंक को क्लिक न करें!

- मोबाइल पेमेंट ऐप का इस्तेमाल करते हुए सावधानी बरते! 

- अगर कोई भी लिंक द्वारा आपके खाते से रूपए कटते हैं तो पुलिस से शिकायत करें!

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